जीटी रोड और हापुड़ रोड के जाम के स्थायी समाधान की दिशा में काम शुरू हो गया है। जीडीए ने जाम से मुक्ति दिलाने को दोनों कॉरिडोर के प्रमुख तिराहों, चौराहों के साथ कटों के डिजाइन का जिम्मा अर्बन मास ट्रांजिट कंपनी लिमिटेड (यूएमटीसी) को सौंपा था। यूएमटीसी की ओर से आईएमटी तिराहा और चौधरी मोड़ के चौराहे का डिजाइन तैयार किया है। दूसरी ओर दोनों कॉरिडोर पर जाम को खत्म करने के लिए कई सुझाव दिए थे। इस सुझावों पर अब यातायात पुलिस ने गंभीरता से काम शुरू कर दिया है।
हापुड़ रोड पर आईएमटी तिराहे पर काम शुरू करने से पहले आरडीसी के प्रवेश द्वार पर लगने वाले जाम के काम तमाम पर काम किया है। ट्रैफिक पुलिस की ओर से आरडीसी से आने वाले और अंदर जाने वाले ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए अस्थायी रूप से बैरिकेडिंग की गई है। इसके चलते सुबह से शाम के वक्त लगने वाले जाम की समस्या काफी हद तक खत्म हो गई है। दूसरी ओर ठाकुरद्वारा तिराहे पर जाम को खत्म करने की योजना पर काम जारी है। यहां बीते एक माह से ट्रैफिक सिग्नल ने काम करना शुरू कर दिया है।
बता दें कि ठाकुरद्वारा तिराहे से लालकुआं तक के पहले कॉरिडोर में कुल आठ और ठाकुरद्वारा तिराहे से हरसांव तक के दूसरे कॉरिडोर के 6 मुख्य चौराहों व कटों का एजेंसी विस्तृत डिजाइन तैयार करना था। यूएमटीसी को पहले कलक्ट्रेट और चौधरी मोड कट का डिजाइन तैयार करने के निर्देश दिए गए। एजेंसी की प्रति चौराहा व कट 1.50 लाख रुपये डिजाइन की फीस तय है। फिर दूसरे चरण में जीटी रोड के 7.25 किमी लंबे कॉरिडोर में मुख्य चौराहों व कटों के अलावा एजेंसी सड़क चौड़ीकरण, बिजली के पोल शिफ्टिंग, फुटपाथ सहित अन्य सिविल वर्क संबंधी सुझाव देना है। यूएमटीसी की सर्वे रिपोर्ट के बाद शहर को जाम मुक्त करने के लिए यूएमटीसी जीडीए, सीआरआरआई, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, आरटीओ और पावर कारपोरेशन के साथ समन्वय के साथ काम करना है। जीडीए मुख्य अभियंता विवेकानंद सिंह ने बताया कि यूएमटीसी को चौधरी मोड़ पर धोबीघाट आरओबी के उतरने व आगे रेलवे स्टेशन कट को देखते हुए डिजाइन तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
जीटी रोड और हापुड़ रोड कॉरिडोर पर जल्द खत्म होगा जाम