लॉकडाउन झुग्गियों में कैद जिंदगी: न मजदूरी और न राशन, बच्चों को क्या खिलाएंगे!

शहर की झुग्गी बस्तियों में रहने वालों के सामने खानपान का संकट पैदा हो गया है। बिजलीघर पर रामलीला मैदान के पास 150 से ज्यादा परिवार रहते हैं। एक हफ्ते से इन्हें कोई काम नहीं मिला है। पानी का इंतजाम नहीं है, ऐसे में बार-बार हाथ धोना दूर की बात है। दो दिन से करीब 500 परिवार झुग्गियों में ही बंद हैं।


शहर में रामलीला मैदान, अबू उलाह दरगाह रोड, आवास विकास कॉलोनी रोड, सिकंदरा रोड, शाहगंज अलबतिया रोड समेत 15 से ज्यादा स्थानों पर 500 से ज्यादा परिवार झुग्गियों में बसर करते हैं। इनमें रहने वाले ज्यादातर लोग मजदूरी करने वाले हैं।

कोई रिक्शा चलाता है तो कोई मूर्तियां बनाता है। इन लोगों ने देवी की मूर्तियां बनाई हैं, लेकिन अभी तक खरीदार नहीं आए हैं। इन्हें नवरात्र के त्योहार से
उम्मीद थी। अब गर्मी करीब है तो सुराही और मटके भी बना रहे हैं, ताकि इन्हें बेचकर पालन-पोषण हो सके।